Shani Ki Sade Sati: शनि की साढ़ेसाती को बेहद की कष्टकारी माना जाता है। शनि की साढ़ेसाती का अर्थ है साढ़े सात साल। जिस किसी राशि पर शनि की साढ़ेसाती होती है उस राशि के जातक समय बेहद कठिन होता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हर ग्रह तय समय के बाद अपनी चाल में परिवर्तन करता है। बता दें कि शनि इस समय कुंभ राशि में विराजमान हैं और उनकी चाल वक्री चालहै। जल्द ही शनि की चाल में परिवर्तन होगा और वे वक्री से मार्गी हो जाएंगे। साल 2025 में शनि का गोचर होगा।
शनि की साढ़े साती क्या है? (What is Shani Sade Sati?)
शनि का गोचर (Shani Gochar) अन्य ग्रहों से सबसे ज्यादा समय का होता है। शनि (Shani) एक राशि में लगभग ढाई साल तक विराजमान रहते हैं। साल 2025 में शनि कुंभ (Aquarius) राशि से निकलकर मीन (Pisces) राशि में प्रवेश करेंगे। शनि के गोचर के साथ शनि की साढ़े साती (Shani Ki Sade Satti) और शनि की ढैय्या (Shani Ki Dhaiyya) से बहुत सी राशियों को मुक्ति मिलेगी, वहीं कुछ राशियों को इसका प्रभाव झेलना पड़ सकता है। शनि की साढ़ेसाती सात साल तक रहती है। जब किसी राशि में शनि सात साल तक रहते हैं उसे साढ़ेसाती कहते हैं। ज्योतिषके अनुसार शनि (Shani) की साढ़ेसाती ढाई-ढाई साल के तीन चरणों में होती है। ऐसे में जानते हैं मेष राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती कब से लगेगी और साल 2025 कैसा रहेगा।
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मेष राशि पर शनि की साढ़ेसाती कब से लगेगी?
मेष राशि (Mesh Rashi) वालों पर शनि की साढ़े साती का पहला चरण साल 2025 में शुरु होगा। शनि का गोचर 29 मार्च 2025 को हो रहा है। गुरु की राशि मीन (Meen) में प्रवेश के बाद शनि की साढ़े साती का प्रभाव मेष राशि वालों पर शुरु हो जाएगा। वहीं शनि मीन राशि में 2028 तक विराजमान रहेंगे, इसी कारण मेष राशि वालों को साल 2028 तक साढ़ेसाती का प्रभाव झेलना पड़ सकता है। इस समय मकर, कुंभ और मीन राशि वालों पर शनि की साढ़े साती चल रही है।
कैसा रहेगा 2025 मेष राशि वालों के लिए?
मेष राशि वालों को साल 2025 में बेहद ही सावधान और संभलकर रहना होगा। अपनी सेहत का ध्यान रखें। तनाव से दूर रहें। धन को सुरक्षित रखें। कारोबार में पैसा सोच समझ कर इंवेस्ट करें, अन्यथा हानि हो सकती है।