महासमुंद. ग्राम बिछलादादर में टेका रोड बडे पुलिया के पास एक व्यक्ति की हत्या किए जाने का मामला सामने आया है। पुलिस को सूचना मिली थी कि शंकर बरिहा निवासी बिछलादादर की उसके ही गांव के युवक लालाराम बरिहा द्वारा चाकू से मारकर हत्या कर दी है। मामले को लेकर कोमाखान पुलिस विवेचना कर रही है।
कोमाखान पुलिस ने बताया कि ग्राम बिछलादादर बडे पुलिया के पास टेका रोड में शंकर बरिहा चित अवस्था में पुलिया के किनारे साईड वॉल से लगा हुआ पड़ा था। मौके पर शंकर बरिहा का पुत्र राजकुमार बरिहा भी उपस्थित था। जिसने बताया कि जमीन की बात को लेकर उसके रिश्ते के मामा लालाराम बरिहा द्वारा पिता शंकर बरिहा को चाकू से शरीर पर कई जगह वार कर हत्या कर दिया है, तथा बीच बचाव करने वाले समारू बरिहा को भी जान से मारने का प्रयास किया है। मामले में आरोपी लालाराम बरिहा के खिलाफ धारा 103(1), 109 बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर विवेचना में लिया गया।
पूरा घटनाक्रम मृतक के बेटे की जुबानी
मामले को लेकर मृतक के बेटे व प्रार्थी राजकुमार बरिहा पिता शंकर लाल बरिहा (28 साल) निवासी बिछलादादर ने बताया कि मृतक शंकर बरिहा मेरे पिता हैं। गांव के ही रिश्ते के मामा लाला राम बरिहा व उनके परिवार से हम लोगों का जमीन बंटवारा को लेकर विवाद है। लाला राम बरिहा की दादी लछंतीन जो मेरे पिता की रिश्ते में बहन लगती हैं के 3 पति थे, जो पहला पति बोकरामुडा का था, जिसके घर से लछंतीन वापस आकर घोंच में अपने पति के साथ रहती थी, जो घोंच वाले पति से लाला राम के पिता जल सिंह बरिहा हैं, जिनके पिता की मृत्यु के बाद लछंतीन को चोरभट्टी में चूडी पहना कर लाये थे, जल सिंह भी साथ रहता था जो कुछ दिन बाद हमारे गांव बिछलादादर में अपने परिवार के साथ आ गई थी।
जिसे मेरे पिता ने एक एकड़ जमीन कमाने खाने के लिए दिया था, लेकिन लालाराम इस बात से खुश नहीं था और ज्यादा जमीन चाहता था, जिस कारण उनके परिवार से कम बोलचाल था। मेरे पिता शंकर बरिहा हमारे परिवार में सबसे बुजुर्ग थे, उनके कहे अनुसार ही परिवार चलता है। कम जमीन मिलने की बात को लेकर लाला राम बरिहा मृतक शंकर बरिहा से रंजिश रखता है।
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पूछताछ के दौरान प्रार्थी ने पुलिस को बताया कि 2 सितंबर की शाम लगभग 6 बजे पिता शंकर बरिहा पुलिया के किनारे जमीन पर पड़े होने की सूचना मिली। उसके गले में, पीठ में, सीने व शरीर के अन्य हिस्सों से खून निकल रहा था, बातचीत नहीं कर रहा थे सांस नहीं चल रही थी उसकी मृत्यु हो चुकी थी। वहीं पर लालाराम बरिहा अपने हाथ में एक लोहे का चाकू पकड कर बैठा था और मुझसे कहा कि तेरा बाप बहुत सियान बनता था, हमारी जमीन हमको नहीं दिया है और हम लोगों को बाहर वाले हो कहता है। आज उसे चाकू से मारकर उसका किस्सा खत्म कर दिया हूं, तुम्हारा जीजा समारू बीच में आ रहा था तो उसे भी मारा हूं वह जान बचा कर भाग गया है। पुलिस ने मामले में रिपोर्ट के बाद आरोपी के खिलाफ जुर्म दर्ज कर विवेचना में लिया है।