Holi 2025 Gajkesari Rajyog: इस बार होली पर्व के मौके पर होली पर एक शानदार योग बन रहा है, जिसे गजकेसरी राजयोग कहा जाता है। इस राजयोग के प्रभाव से कुछ राशियों के जीवन में बदलाव आएंगे। जॉब और करियर की स्थिति शानदार रहेगी। इस खास योग का लाभ दो राशियों को मिलेगा, और इन राशियों को होली के दिन परिश्रम का फल मिलेगा, जिससे प्रमोशन की संभावना बन रही है। आइए जानते हैं कौन सी हैं वे भाग्यशाली राशियां।
गजकेसरी योग क्या है और कैसे बनता है?
गजकेसरी योग एक बेहद ही शुभ और प्रभावशाली राजयोग है, ज्योतिष शास्त्र के अनुसार व्यक्ति के जीवन में समृद्धि, सुख, और सम्मान लाने में प्रबल सहायक माना जाता है। यह योग बृहस्पति और चंद्र के विशेष संयोग से बनता है। जब इन दोनों ग्रहों की स्थिति एक साथ शुभ स्थान पर होती है, तब गजकेसरी योग का निर्माण होता है।
इस योग के निर्माण के लिए बृहस्पति और चंद्र का कुंडली में विशेष स्थिति में होना जरूरी है। जब ये दोनों ग्रह एक दूसरे से शुभ दृष्टि या युति निर्मित करते हैं, तब गजकेसरी योग का निर्माण होता है। यह स्थिति कुंडली में किसी विशेष भाव में (जैसे 1, 4, 7, 10 वें घर में) होनी चाहिए।
चंद्र को व्यक्ति की मानसिक स्थिति और भावनाओं का प्रतीक माना जाता है। यदि चंद्रम मजबूत स्थिति में है और गुरु से शुभ दृष्टि लेता है, तो यह गजकेसरी योग का निर्माण करता है।
बृहस्पति को ज्ञान, शिक्षा, समृद्धि और सफलता का कारक ग्रह माना जाता है। यदि गुरु कुंडली के शुभ भाव में स्थित है और चंद्र के साथ युति करता है, तो गजकेसरी योग बनता है।
गजकेसरी योग का प्रभाव कुंडली के पहले, चौथे, सातवें और दसवें घरों में विशेष रूप से अधिक होता है। यदि गुरु और चंद्र इन घरों में शुभ स्थिति में होते हैं ।
मिथुन राशि
गजकेसरी राजयोग के प्रभाव से मिथुन वालों को धन में वृद्धि, नए अवसरों का आगमन और प्रॉपर्टी से जुड़े मामलों में सफलता मिल सकती है। घर में शुभ काम हो सकते हैं और मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं। मिथुन राशि के जातकों के लिए खुशियों और समृद्धि का होगा।
मकर राशि
गजकेसरी राजयोग का शुभ प्रभाव मकर राशि के जातकों पर भी पड़ेगा। इस योग का इस राशि के जातकों को पूरा लाभ मिलेगा। इस दौरान आर्थिक स्थिति में सुधार होगा, और इन्वेस्टमेंट के लिए अवसर मिल सकते हैं। वहीं किसी मांगलिक कार्य में शामिल होने का मौका भी मिल सकता है।
फाल्गुन पूर्णिमा 2025 शुभ मुहूर्त
फाल्गुन पूर्णिमा 13 मार्च, 2025 को सुबह 10:35 बजे से शुरू होकर 14 मार्च, 2025 को दोपहर 12:23 बजे तक रहेगी। इस दौरान होली का पर्व मनाया जाएगा।