Surya Shani Yuti 2025: ज्योतिष शास्त्र में सूर्य और शनि प्रमुख ग्रहों में से एक हैं। धर्मशास्त्रों के अनुसार ये पिता-पुत्र भी है। ग्रह-नक्षत्रों का गोचर व्यक्ति के जीवन में सुख-दुख, सफलता-असफलता, स्वास्थ्य, करियर, विवाह, और धन से जुड़ी घटनाओं पर प्रभाव डालता है। ज्योतिष शास्त्र की गणना के मुताबिक, 12 फरवरी 2025 को ग्रहों के राजा सूर्य मकर राशि से निकलकर कुंभ राशि में गोचर करेंगे, इस राशि में शनि देव पहले से मौजूद हैं। इसके चलते कुंभ राशि में सूर्य और शनि की युति होगी। सूर्य-शनि की युति से 3 राशि वालों को मनचाही सफलता मिल सकती है। आइए जानते हैं उन भाग्यशाली राशियों के बारे में।
मेष राशि (Mesh)
सूर्य-शनि की युति से नौकरी-व्यापार से लेकर करियर के मामलों में मेष राशि के जातकों को विशेष लाभ होगा। आर्थिक, करियर के लिए आपके द्वारा की गई मेहनत रंग लाएगी। दंपत्तियों के बीच तनाव दूर होगा। आर्थिक स्थिति में पहले से सुधार होगा। धार्मिक कार्यों में हिस्सा ले सकते हैं। सामाजिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी। जमीन से जुड़े कार्यों में धन लाभ होगा। बिजनेस में आर्थिक विस्तार हो सकता है। नौकरी में प्रमोशन मिल सकता है।
सिंह राशि
सूर्य-शनि की युति से सिंह राशि वालों को शानदार लाभ प्राप्त होगा। इस युति को काफी शुभ माना जा रहा है। नौकरीपेशा लोगों के लिए शुभ समय रहेगा। मानसिक तनाव दूर होंगे। नया व्यापार शुरू कर सकते हैं। शादीशुदा लोगों के लिए समय अच्छा रहेगा। आर्थिक संकट से मुक्ति मिलेगी। साझेदारी के काम में लाभ होगा।
कुंभ राशि
सूर्य-शनि की युति को कुंभ राशि से संबंधित जातकों के लिए भी भाग्यशाली माना जा रहा है। नौकरीपेशा वालों को अधिकारियों से तारीफ मिल सकती है। रिश्ते मजबूत होंगे। विदेश यात्रा कर सकते हैं। आय में वृद्धि के योग बनेंगे। कारोबार में जबरदस्त आर्थिक उन्नति का अवसर प्राप्त होगा। संतान की ओर से शुभ समाचार मिलेगा।
सूर्य ग्रह के उपाय (Surya Ke Upay)
प्रातः सूर्य देव को तांबे के लोटे में जल, लाल फूल, अक्षत (चावल) और थोड़ा गुड़ डालकर अर्घ्य दें। प्रतिदिन या रविवार को “आदित्य ह्रदय स्तोत्र” का पाठ करें। यह उपाय न सिर्फ सूर्य की शक्ति को बढ़ाता है, वहीं मानसिक शांति और ऊर्जा भी प्रदान करता है। रविवार को गेहूं, गुड़, तांबे के बर्तन, लाल वस्त्र, या सूर्य से संबंधित चीजें दान करें। साथ ही साथ जरूरतमंदों और गरीबों की मदद करें।
शनि ग्रह के उपाय (Shani Ke Upay)
शनिवार को पीपल के वृक्ष के नीचे दीपक जलाकर गरीबों को सरसों का तेल, काले तिल, या काले कपड़े दान करें। इससे शनि देव की विशेष कृपा प्राप्त होती है। प्रतिदिन या शनिवार को 108 बार “ॐ शं शनैश्चराय नमः” मंत्र का जाप करें। यह उपाय शनि के अशुभ प्रभाव को कम करता है और संकटों को दूर करता है। शनिवार को पीपल के वृक्ष के नीचे जल चढ़ाएं और उसकी सात परिक्रमा करें। शनिदेव का यह उपाय शनि की साढ़ेसाती और ढैया के प्रभाव को कम करता है।