त्रिग्रही योग 2025: शनि की राशि कुंभ में त्रिग्रही योग बनने के बाद अब हलचल होने वाली है। 11 फरवरी 2025 को बुध ने शनि की राशि में प्रवेश किया, इसके बाद अब सूर्य भी इस राशि में आएंगे। सूर्य 30 दिन के बाद अपना राशि परिवर्तन करते हैं।
वैदिक पंचाग के अनुसार 12 फरवरी, 2025 बुधवार को रात 10:03 बजे सूर्य कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। जिसे हम सूर्य संक्रांति या कुंभ संक्रांति के नाम से जानते हैं। सूर्य कुंभ राशि में 14 मार्च 2025, शुक्रवार तक रहने वाले हैं।
बता दें कि कुंभ राशि में जनवरी 2023 से शनि देव विराजमान हैं। साथ ही वे कुंभ राशि के स्वामी भी हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर किसी राशि में तीन ग्रह एक साथ आते हैं तो त्रिग्रही योग का निर्माण होता है। ऐसे में कुंभ राशि में बुध, सूर्य, और शनि ग्रहों की युति से त्रिग्रही योग बनने जा रहा है। यह एक ज्योतिषीय स्थिति है। इस योग का प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर पड़ता है।
सूर्य-शनि के एक साथ होने से दिक्कतें
ज्योतिष के अनुसार सूर्य व शनि का रिश्ता पिता और पुत्र का है। इन ग्रहों के साथ आने पर जीवन में कष्टों और दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जहां शनि लोगों को उनके कर्म के अनुसार फल प्रदान करते हैं वहीं सूर्य ऊर्जा, उन्नति और सुख के प्रतीक माने जाते हैं।
बुध और शनि का विपरीत स्वभाव
वहीं बुध व शनि ग्रह भी विपरीत स्वभाव के होते हैं। बुध की चाल तेज होती है वहीं शनि धीमे और गंभीर स्वभाव के हैं।