महासमुंद. इलाज के लिए शासन से पैसा मिलने के झांसे में आकर एक महिला ठगी का शिकार हो गई। पीड़ित से एक महिला ने खुद को चिकित्सा विभाग का कर्मचारी बताकर 39 हजार के सोने-चांदी के आभूषण लेकर ठगी कर ली।
पुलिस ने बताया कि सुमित्रा जलक्षत्री पति रमेश जलक्षत्री (53 वर्ष) निवासी वार्ड नं 09 पटेल चौंक आरंग ने अपने पति रमेश कुमार जलक्षत्री काे इलाज के लिए 9 दिसंबर 2024 को जिला अस्पताल महासमुंद के भर्ती कराया था और वह अपने भाई बहू सुखवंतीन जलक्षत्री के साथ में जिला अस्पताल में थी।
पुलिस ने बताया कि 13 दिसंबर 2024 को एक अज्ञात महिला आई और प्रार्थिया से कहा कि वह चिकित्सा विभाग में काम करती है और गरीब परिवार को शासन की ओर से इलाज के लिये मिलने वाला पैसा तुमको दिला सकती हूं। अगर पैसा चाहिये तो मेरे साथ तहसील कार्यालय महासमुंद चलना पड़ेगा। प्रार्थिया अज्ञात महिला की बातों में आकर तहसील कार्यालय महासमुंद गई।
ऐसे दिया झांसा
तहसील कार्यालय पहुंचने के बाद वह अज्ञात महिला ने कहा कि तुम्हें यहां पर फोटों खिंचाना है और तुमको गरीब व असहाय जैसे दिखना होगा, इसलिये जो भी सोने व चांदी के जेवर हैं उसे उतार दो। इसके बाद प्रार्थिया ने 2 नग सोने का टॉप्स व 02 नग चांदी का ऐंठी निकाल कर आरोपी महिला को दे दिया। अज्ञात महिला सोने की टॉप्स व ऐंठी को लेकर तहसील कार्यालय के अंदर गई और कुछ देर में आ रही हूं कहा। जब जब आरोपी अज्ञात महिला वापस नहीं आई तो प्रार्थिया कार्यालय अंदर जाकर देखी तो लेकिन वह नहीं थी। बाहर निकल कर आसपास पता तलाश करने पर भी आरोपी नहीं मिली। कोतवाली पुलिस ने मामले में अज्ञात आरोपी के खिलाफ धारा 318(4) BNS के तहत जुर्म दर्ज कर विवेचना में लिया है।