महासमुंद. छत्तीसगढ़ में राज्य शासन द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य के तहत इस खरीफ सीजन में रिकॉर्ड 149.25 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई है। धान खरीदी का सिलसिला 14 नवंबर 2024 से शुरू होकर 31 जनवरी 2025 तक निरंतर जारी रहा जिसके अंतर्गत महासमुंद के पंजीकृत 1 लाख 53 हजार 281 किसानों ने धान विक्रय किया। महासमुंद जिला सर्वाधिक 11.04 लाख टन धान खरीद कर राज्य में पहले नंबर पर रहा।
कलेक्टर विनय लंगेह ने आज शाम राइस मिलर्स की बैठक लेकर तेजी से उठाव के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि धान खरीदी संपन्न हो चुकी है, इसलिए सभी मिलर धान का उठाव तेजी के साथ करें। उन्होंने जारी किए गए टोकन के अनुसार उठाव करने के निर्देश दिए हैं।
ज्ञात है कि अभी तक 6 लाख 62 हजार टन धान का उठाव कर लिया गया है, जो कि कुल धान खरीदी का 59 प्रतिशत है। इस दौरान उन्होंने राईस मिलर्स की समस्याओं को भी गंभीरता पूर्वक सुनी। कलेक्टर ने कहा कि राज्य शासन की मंशानुरूप अतिशीघ्र धान उठाव कर लिया जाए।
बैठक में खाद्य अधिकारी अजय यादव, जिला विपणन अधिकारी राठौर, नोडल अधिकारी अविनाश शर्मा एवं जिले के राइस मिलर्स मौजूद थे। खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि धान खरीदी के साथ ही कस्टम मीलिंग के लिए राइस मिलर्स द्वारा धान का 5 लाख 14 हजार 471 टन उठाव किया जा चुका है। राईस मिलर्स एवं संग्रहण केंद्रों में कुल 6 लाख 62 हजार टन से अधिक धान का उठाव हो चुका है। धान उठाव पंजीकृत 192 राइस मिलर्स के जरिए किया जा रहा है।