महासमुंद. पिथौरा के एक व्यक्ति से इलाज कराने के नाम पर 7.27 लाख रुपए की ठगी करने का मामला सामने आया है। प्रार्थी ने मामले की रिपोर्ट पिथौरा थाने में दर्ज कराई है। पुलिस ने रिपोर्ट के बाद मामले की विवेचना शुरू कर दी है।
पुलिस को पिथौरा के वार्ड नं 6 निवासी आदित्य कुमार दुबे पिता स्व. रणजीत कुमार दुबे (58 वर्ष) ने बताया कि मेरी भतीजी लक्ष्मीलता सेन जिसे मैं बचपन से अपने घर में रख कर उसकी परवरिश कर रहा हूं, वह विगत 1 वर्ष से रायपुर के छत्तीसगढ़ डिफेन्स एकेडमी में अध्यन्तरत है। जिससे मिलने के लिये मैं रायपुर जाता रहता था।
प्रार्थी ने पुलिस को बताया कि इसी बीच उसकी सहेली गीतांजली साहू एवं संतोषी नेताम से मेरी जान पहचान हुई। पिछले साल 25 दिसंबर 2024 को मोबाइल पर गीतांजली साहू का मैसेज आया कि मुझे बिलासपुर में कोचिंग के लिए जाना है जिसके लिए मुझे 60000 रुपए की जरूरत है। जिस पर प्रार्थी ने संतोषी नेताम को कॉल कर पूछा कि क्या यह नंबर मोबाईल नम्बर गीताजंली का है। तब उसने कहा कि यह नम्बर गीतांजली का है।
इसके बाद प्रशांत अग्रवाल किराना दुकान पिथौरा एवं रीचा च्वाईस सेंटर पिथौरा के संचालक प्रेम सिंग के माध्यम से 60000 रुपए उनके द्वारा दिये गये फोन पे पर भेजा। इसके बाद 31 दिसंबर को मुझे फिर से फोन कर एक व्यक्ति ने अपने आप को गीतांजली साहू का भाई नितिन साहू बताया और कहा कि पापा का एक्सीडेंट हो गया है जिनका इलाज नागपुर के हास्पिटल में करा रहे है, 2 लाख रूपये की आवश्यकता है, इस पर मेरे द्वारा प्रशांत अग्रवाल के माध्यम से 2 लाख 07 हजार रूपये भेजा गया। फिर 1 जनवरी 2025 नितिन का फोन आया और बोला की गीतांजली गिर गई है, जिसके आंख में चोट आया है उसके इलाज के लिये पैसे की आवश्कता है।
जिस पर 2 जनवरी को 02 लाख रूपये रिचा च्वाईस सेंटर के संचालक प्रेम सिंह द्वारा 50 हजार, आरटीजीएस के माध्यम से 150000 लाख रूपये कामता प्रसाद साहू के खाता नम्बर पर भिजवाया था। 4 जनवरी को फिर फोन कर नितिन ने कल गीतांजली का बेहतर इलाज के लिये चेन्नई ले जाना पड़ेगा कहकर 1 लाख रूपये की मांग करते हुये कहा की मैं वापस आकर अपने हिस्से की जमीन बेच कर दे दूंगा कहा।
इस पर प्रार्थी ने प्रशांत अग्रवाल के माध्यम से कामता प्रसाद साहू के खाता नम्बर 1 लाख रूपये भिजवाया। इसके बाद 7 जनवरी को नितिन ने कॉल कर फिर 01 लाख रूपये मांगा तब प्रशांत अग्रवाल के माध्यम से नितिन के बताये फोन पे नम्बर 1 लाख रूपये भेजा। 9 जनवरी को नितिन ने कॉल कर कहा कि गीतांजली का हास्पिटल से छुट्टी कराना है, चाचा 60000 रूपये की आवश्यकता है, तब फिर प्रशांत अग्रवाल के माध्यम से नितिन के बताये फोन पे नम्बर पर 60 हजार रूपये भेजा।
प्रार्थी ने पुलिस को बताया कि इस दौरान 12 जनवरी को मेरी भतीजी लक्ष्मीलता सेन घर पिथौरा आयी तो मैं उक्त सभी बातों को बताया। तब लक्ष्मीलता ने गीतांजली साहू को फोन कर पूछा की ऐसी घटना तुम्हारे साथ हुई है क्या, तब गीतांजली ने मना कर दिया कि ऐसा कुछ नहीं हुआ है। इसके बाद मेरी भतीजी लक्ष्मीलता सेन के साथ आपसी मन मुटाव हो गया था जिसके चलते मैं उक्त घटना के दौरान इस संबंध में कोई बातचीत नहीं किया था। प्रार्थी ने उक्त मोबाइल धारक के खिलाफ झूठ बोल कर 727000 रुपए की धोखाधड़ी करने वाले के खिलाफ पिथौरा थाने में रिपोर्ट कराई है जिस पर आरोपी के खिलाफ धारा 318(4) , 319(2) B.N.S के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया गया है।