रायपुर. ऑनलाइन ठगी के मामले रूक नहीं रहे हैं। ऐसा ही एक घटना रायपुर के एक शख्स के साथ घटित हुई, जिसमें ठगों ने पहले तो भरोसा जीता, इसके बाद अपनी बातों में फंसाकर ठगी करते चले गए। इस घटना में युवक 3 लाख रुपए से ज्यादा की ठगी का शिकार हो गया। प्रार्थी की रिपोर्ट पर कबीर नगर थाने में आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी गई है।
जानिए पूरा घटनाक्रम
कबीनर नगर पुलिस को प्रार्थी राजेश कुमार पेदे पिता स्व. रामदास पेदे ने अपनी एफआईआर में बताया कि मैं कम्प्यूटर में ऑनलाईन टेन्डर एवं डिजीटल सिग्नेचर का काम करता हूं। 26 मई 2024 को मेरे व्हाटसप नंबर पर Performics Life Community B056 नाम के ग्रुप से मैसेज आया जिसमें ऑफर था कि गूगल मैप रिव्यू करके आप एक्स्ट्रा कमाई कर सकते हो।
जिसके बाद 27 मई 2024 को मैने उनको यह काम करने की इच्छा जाहिर करते हुए रिप्लाई किया, फिर मुझे अज्ञात मोबाईल नंबर से गूगल मैप रिव्यू का कार्य देना शुरु किया गया, जिसको वे लोग टास्क कह रहे थे, प्रत्येक टास्क पूर्ण करने पर 50 रुपये मेरे खाता में देने का ऑफर दिया गया। इस प्रकार उन्होंने मुझसे मेरा खाता नंबर मांगा और मेरे द्वारा तीन टास्क पूरा करने पर मेरे बेटे के बैंक ऑफ बड़ोदा टाटीबंध ब्रांच के खाते में 150 रुपये आए, इसके पश्चात उनके बताये अनुसार में टास्क करता गया और पैसा आता रहा।
इसके बाद फिर मुझे टेलीग्राम का लिंक https://t.me/Auditorsharma123083 भेजा गया और मेरा सैलरी कोड बना दिया गया, उसके बाद मुझे उक्त व्हाट्सप ग्रुप से मोबाईल नंबरके धारक द्वारा ग्रुप से हटा दिया गया। टेलीग्राम लिंक में क्लिक करने पर मैं टेलीग्राम ग्रुप में जुड़ गया जहां पूरा टास्क का काम मिलता गया, कुछ समय पर क्रिप्टो करेंसी ट्रेडिंग के जैसे वेबसाईट का लिंक भेजा गया, उसके बाद मैं उस ग्रुप में जुड़ गया।
प्रार्थी पुलिस को बताया कि फिर मुझे @teacherjutin575621 से मैसेज आया जो मुझे इस काम के लिये बताता गया और मैं वैसा करता गया जिसकी मुझे कोई जानकारी नहीं थी, शुरु में मुझे 1000 रुपये इन्वेस्ट करने कहा गया, जिसके बदले में 1300 रुपये मेरे बेटे के खाते में वापस कर दिये गए। 28 मई को जैसे ही मैं उनके टेलिग्राम ग्रुप को खोला तो मेरे खाता में 100 रुपये आए और फिर मुझे 2800 रुपये UPI ID के माध्यम से डालने के लिये बोला गया तो मैं अपने पेटीएम से रकम डाल दिया, फिर उसने मुझे फिर उक्त यू.पी.आई. आई.डी. में 5000 रुपये डालने कहा गया तो मैने डाल दिया, उसके बदले में मेरे खाता में 10,840 रुपये वापस किये गए, जिससे मेरा उनके ऊपर भरोसा बन गया।
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फिर अगले टास्क के लिये 4500 रुपये UPI ID prashantswami8065@axl में तथा 38000 रुपये UPI ID sahilmoni420@okaxis में डालने बोले तो मैने ट्रांस्फर कर दिया इसके पश्चात 1 लाख रुपये डालने के लिये कहा गया चूकि मेरे खाता का उस दिन का लिमीट समाप्त हो गया था, इसलिये मैने अपनी पत्नी श्रीमती सोनल राजेश पेदे के खाता से नेट बैंकिंग के माध्यम से उनके बताये खाता क्र. डी.बी.एस. बैंक, आई.एफ.सी. कोड. DBSS0IN0874 ब्रांच लखनउ खाता धारक का नाम मनीष गुप्ता के खाते में ट्रांस्फर कर दिया।
उसके बाद टेलीग्राम यूजर @teacherjustin575621 से मैसेज आया जिसने कहा कि मैने उनका कोई टास्क गलत कर दिया है जिसे सुधारने के लिये 04 लाख रुपये ट्रांसफर करने पड़ेंगे, मेरे द्वारा 4 लाख देने से मना किया गया तो उसने मुझे 1,16,700 रुपये ट्रांसफर करने के लिये कहा जो मैने उक्त खाता में ट्रांसफर कर दिया, इसके बाद मुझे टास्क दिया गया जो कि मैने उनके द्वारा बताये अनुसार कम्प्लीट कर दिया, उसके बाद टेलीग्राम यूजर @techerjustin575621के द्वारा कहा गया कि आपका पैसा @Customerservice77455645 (Hina Chopra Customer Service) के द्वारा वापस किया जायेगा।
फिर मैने इनसे बात की तो इन्होने अपनी वेबसाईट एवं कंपनी में विभिन्न प्रकार की परेशानियां बताकर मेरे से पुनः 40,000, 40,000 एवं 40,000 कुल 1,20,000 रुपये की मांग की जिसे मैंने 80,000 रुपये अपनी पत्नि के स्टेट बैंक के खाता क्र.से मनीष गुप्ता वाले खाता में एवं 40,000 रुपये मेरे पेटीएम से UPI ID में ट्रांसफर कर दिया।
इस प्रकार कपटपूर्वक मुझे अधिक पैसा कमाने का लालच एवं झांसा देकर मेरे और मेरे पत्नी के खाता से कुल 3,88,000 रुपये का धोखाधड़ी कर ठगी किये है, जिसकी ऑनलाइन शिकायत मैने सायबर सेल रायपुर में किया था। सायबर सेल रायपुर से मेरे खाता का 2800, 5000 एवं 38000 रुपये को होल्ड करने का एस.एम.एस. प्राप्त हुआ है। पुलिस ने मामले में आरोपियों के खिलाफ धारा 420 के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया है।